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Last Updated: Dec 12, 2023
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Benefits of Olive Oil in Hindi - ऑलिव ऑयल के फायदे और नुकसान

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Dr. Sanjeev Kumar SinghAyurvedic Doctor • 15 Years Exp.BAMS
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ऑलिव ऑयल को ही हिंदी में जैतून का तेल भी कहा जाता है। इसके फायदे हमें कई परेशानियों को दूर करने में मदद करते हैं. जैतून के पेड़ ज्यादातर मध्य क्षेत्रीय प्रदेशों में पाए जाते हैं. लेकिन अब इसके औषधीय गुणों को देखते हुए इसकी लोकप्रियता में काफी वृद्धि हुई है और दुनिया भर में इसे उगाया जाता है. हालांकि जब भी आप बाजार से ऑलिव ऑयल लेते हैं तो इसकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

क्योंकि बाजार में कम गुणवत्ता वाले जैतून के तेल भी खूब बिकते हैं। सबसे अच्छा ऑलिव ऑयल उसे माना जाता है जो कोल्ड प्रेस्ड होता है। इसमें सबसे अच्छा स्वाद और गंध मौजूद होता है. जैतून के तेल की खास बात यह है कि इसका इस्तेमाल आंतरिक और बाह्य दोनों तरीके से किया जा सकता है। इसके अलावा इसका इस्तेमाल स्वास्थ्य के साथ-साथ सुंदरता के लिए भी किया जाता है। आइए ऑलिव ऑयल के फायदे और नुकसान को विस्तार से समझें।

ऑलिव ऑयल के फायदे - Olive Oil Benefits in Hindi

  1. वजन घटाने में
    ऑलिव ऑयल में मौजूद स्वस्थ मोनो सैचुरेटेड फैट, पेट की चर्बी और वजन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि सही मात्रा में इसका उपयोग किया जाए तो आप अपना वजन आसानी से कम कर सकते हैं। मोटापे से बचने के लिए आपको रोजाना एक से दो चम्मच ऑलिव ऑयल का प्रत्येक सुबह सेवन करना होगा।
  2. सूजन के लिए
    ऑलिव ऑयल में सूजन को कम करने के गुण भी मौजूद होते हैं। विशेष रुप से लंबे समय से चले आ रहे सूजन को कम करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है. इसके अलावा कैंसर, अल्जाइमर, ह्रदय रोग, मधुमेह और गठिया जैसी बीमारीयों को भी दूर कर सकता है।
  3. बालों के लिए
    जैतून के तेल में फैटी एसिड और कई सारे एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ ही विटामिन ई भी भरपूर मात्रा में पाई जाती है। इसमें मौजूद ये सभी तत्व, सूखे और क्षतिग्रस्त बालों के इलाज में काफी उपयोगी साबित होते हैं। इससे दो मुंह वाले बालों की समस्याओं का भी उचित समाधान होता है।
  4. कोलेस्ट्रॉल को कम करने में
    ऑलिव ऑयल का उपयोग करने से आपके शरीर में कम घनत्व कम घनत्व वाले लियोप्रोटीन या यूँ कहें कि खराब कोलेस्ट्रॉल में काफी कमी आती है। इससे धमनियों में संकुचन पैदा हो सकता है. इसके उलट जैतून का तेल हमारे शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को भी बढ़ाता है जो कि सुरक्षा सुरक्षा भूमिका निभाता है। जैतून के तेल की सहायता से आप का दिल मजबूत होता है और दौरा पड़ने की संभावना में कमी आती है।
  5. कैंसर के उपचार में
    जैतून के तेल में मौजूद पॉलीफाइनल एंटीऑक्सीडेंट्स आपके शरीर में सूजन को कम करने के साथ ही कैंसर के जोखिम को भी कम करते हैं। इसके लिए आपको शुद्ध जैतून के तेल का एक से दो चम्मच रोजाना इस्तेमाल करना चाहिए।
  6. चेहरे के लिए
    ऑलिव ऑयल को त्वचा की नमी के लिए एक अच्छा मॉइस्चराइजर माना जाता है। इसमें विटामिन ए और ई के साथ ही फैटी एसिड भी पाया जाता है। जिससे आपके शरीर की त्वचा में झुर्रियों का बनना तो रुकता ही है चेहरे पर पड़ने वाली लाइंस को भी रोकता है।
  7. उच्च रक्तचाप में
    ऑलिव ऑयल की सहायता से आप उच्च रक्तचाप में राहत पा सकते हैं। इसके अलावा खाने में जैतून का तेल इस्तेमाल करने से हमारे शरीर में रक्त परिसंचरण में सुधार आता है. इससे रक्तचाप की समस्या भी दूर होती है।
  8. हड्डियों की मजबूती के लिए
    जैतून के तेल की मालिश करने से आपके शरीर की हड्डियों मैं मजबूती आती है। ऑलिव ऑयल के इस्तेमाल से ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा भी कम होता है। इसलिए हड्डियों के स्वस्थ्य को ध्यान में रखते हुए इसका इस्तेमाल करें।
  9. दिमाग के लिए
    जैतून के तेल के नियमित इस्तेमाल से संज्ञानात्मक जोखिम को कम किया जा सकता है। इसके साथ ही दिमाग में होने वाली परेशानियों जैसे अल्जाइमर डिमेंशिया को दूर करने में भी इसकी भूमिका होती है। इसके अलावा ये डिप्रेशन के खतरे को कम कर सकता है।
  10. मधुमेह के उपचार में
    शुद्ध जैतून के तेल का इस्तेमाल हम मधुमेह में भी कर सकते हैं। क्योंकि यह शर्करा को नियंत्रित करके इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा देता है। इसके साथ ही जैतून का तेल ट्राइग्लिसराइड के स्तर को भी बनाए रखने में मददगार है।

जैतून के तेल के नुकसान - Olive Oil Disadvantage in Hindi

  • जैतून के तेल से चेहरे में ब्लैक हेड्स पैदा करने वाली होती है।
  • ऑलिव ऑयल शुष्क त्वचा के लिए उपयोगी नहीं है।
  • इसके अलावा वाले कुछ लोगों में इसके इस्तेमाल से एलर्जी की भी समस्या हो सकती है।
  • जैतून के तेल का अधिक से अधिक इस्तेमाल करने से रक्तचाप में भारी गिरावट आ सकती है।
  • जैतून के तेल की उच्च वसा की मात्रा पाचन विकार का कारण बन सकती है, और दस्त जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं को पैदा कर सकती है।
  • जैतून का तेल जब आपकी तेलीय औऱ चिकनी त्वचा के साथ जुड़ता है तो यह गंभीर जलन, चकत्ते और आपकी त्वचा पर लालिमा का कारण बन सकता है।
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